धर्मवीर भारती का जन्म 25 दिसंबर 1926 को हुआ था
धर्मवीर भारती हिंदी साहित्य के ऐसे सहयोगी रहे हैं जो जीते जी किंवदंती बन गए. वे साल 1997 में 4 सितंबर के रोज ही दुनिया से रुखसत हो गए थे
हिंदी भाषा में वैसे तो समय-समय पर कई साहित्यकार हुए हैं
उन्होंने हिंदी साहित्य को कुछ बेहद ही खूबसूरत तोहफे दिए. गुनाहों का देवता, सूरज का सातवां घोड़ा, अंधा युग, द्रों का गांव और ठेले पर हिमालय उनकी कालजयी रचनाएं हैं
वे साल 1997 में 4 सितंबर के रोज ही दुनिया से रुखसत हो गए थे
हिंदी भाषा में वैसे तो समय-समय पर कई साहित्यकार हुए हैं लेकिन लीजेंड तो डॉ धर्मवीर भारती ही कहे जा सकते हैं.
धर्मवीर भारती छठे दशक के हिंदी साहित्य के बहुचर्चित रचनाकार हैं।
गुनाहों का देवता जैसा सुंदर उपन्यास लिखने वाले महान साहित्यकार धर्मवीर भारती का पहला प्यार बस कहानी बनकर रह गया.
4 सितंबर 1997 को निधन हो गया.
उनकी मृत्यु के बाद सप्तपर्णी का पेड़ सूख गया और कदम्ब में फूल खिलना बंद हो गया