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Saturday, April 19, 2025
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बात 80 के दशक में तब की है, 

बात 80 के दशक में तब की है,

जब देश में आपातकाल लगा हुआ था। उसी दौरान कांग्रेस ने किशोर कुमार से एक गीत गाने की गुजारिश की, जिसके लिए वे तैयार नहीं हुए।

इस बात से कांग्रेस को इतनी ठेस लगी कि उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो पर किशोर दा के गीतों पर प्रतिबंध लगा दिया था।

उन पर बैन लगाने वाले कांग्रेस नेता विद्याचरण शुक्ल की बाद में नक्सली हमले में मौत हो गई थी।

किशोर दा के ‘विनोदी’ स्वभाव का शिकार एक बार मशहूर फिल्मकार बलदेव राज चोपड़ा भी हुए थे। किशोर के भाई अशोक कुमार और बीआर चोपड़ा शुरू से ही दोस्त थे। लेकिन जब पारिवारिक रिश्ते के चलते किशोर चोपड़ा के पास काम मांगने गए तो उन्होंने कुछ शर्तें रख दी।

इसके बाद किशोर ने कहा कि आज मेरा बुरा वक्त है तो आप शर्त रख रहे हैं,

जब मेरा वक्त आएगा तो मैं शर्त रखूंगा।

एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में जाने-माने निर्देशक किशोर कुमार से मिलने उनके घर गए थे,

लेकिन उनके वाचमैन ने उन्हें घर में घुसने से रोक दिया था और बेइज्जत करके भगा दिया था।

दरअसल, ऐसा एक कंफ्यूजन के चलते हुआ था।

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