मनोज कुमार के बेटे कुणाल और विशाल ने रविवार को पिहोवा के पवित्र सरस्वती तीर्थ में अपने पिता के लिए पिंडदान किया।
हरिद्वार में अस्थि विसर्जन के बाद उन्होंने परिवार के साथ तर्पण और अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए। पुरोहित ने उन्हें मनोज कुमार की वंशावली भी दिखाई।
इसके बाद उन्होंने भगवान कार्तिकेय मंदिर में तेल अर्पित किया और पृथ्वेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन किए।
कुणाल ने बताया कि उनके परिवार की बहुत पहले से पिहोवा में आने की परंपरा है।
उन्होंने पहले रविवार की सुबह हरिद्वार में गंगा में पिता की अस्थियां विसर्जित की।
उसके बाद परिवार पिहोवा के सरस्वती तीर्थ आया।
यहां उन्होंने उनके लिए पूजा के बाद तर्पण किया।
सरस्वती तट पहुंचने पर दोनों बेटों में मनोज कुमार के संस्कारों की झलक स्पष्ट रूप से देखने को मिली।
जिस प्रकार से मनोज कुमार के अंदर भारतीय संस्कृति और देशभक्ति के प्रति गहरी निष्ठा थी। उसी प्रकार उनके दिए गए संस्कार उनके बेटे कुणाल और विशाल में दिखाई दिए।